Friday 10 February 2012

संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रीय अध्यात्मिक सभा के बहाई आस्था के संरक्षक के खिलाफ कानूनी हमले पर व्यक्तिगत प्रतिबिंब

जेफरी गोल्डबर्ग द्बारा*

  मेरी निराशा की कोई सिमा ना रही जब २६ नवंबर २००६ को (शासन को कारन बताव) प्रसताव की एक प्रत मुझे प्रापत हुई जो की अमेरीका के बाहाईयों की अध्यात्मिक साभा द्वारा संरक्षक जोएल। बी.मेरनजेला, सुष्टिकर्ता के सहायक फ्रंक्लिन शेटलर, अंतिम राष्ट्रिय बाहाई परिषद (PNBC) और संयुक्त राज्य अमेरिका के रुढिवाद बाहाईयों ( ORTHODOX ) के खिलाफ दायर कीया गया था।

   बाहाईयों के सारे समुहों का अभ्यास कारने के बाद मैं 1997 में रूढिवादी (ORTHODOX) बाहाई बन गाया। इससे पहले मैं १९८० से बहुमत समुह वाले बाहाई आसथा का सदस्सय और एक अछ्छा कार्यकरता था, जिसका कोई संरक्षक ( गारज्ञियन ) नहीं है, इसका मुख्यालय वीश्व नेयाये मन्दीर है जो की हैफा में है। ( बाद में इन्हें बाहाई विश्व आस्था (BWF) कहा गया ) इससे पहले मैं किसी और बाहाई संगठन को नहीं जानता था जब की वे शरु से ही अस्तित्व में थे। उनके बारे में कहा जाताथा की वे बाहुत पहले हि खतम हो चुके हैं। मगर मुझे सच्चाई का उस समय पता चला जब मैं ने इनटरनेट पर सरफींग शुरु की मुझे ढेर सारे बाहाई समुह मीले जो सारे के सारे इनसे अछ्छे थे, मैंने उनकी बहुत सारी सामगरी को पढा, जिन्हें येह लोग वचन तोडने वाला ( Covenant Breaking Groups) कहते हैं। परन्तु मैने उन लोगों में किसी परकार कि अध्यातमिक बिमारी नहीं पाई, इसके बजाए मुझे येह अनुभव हुआ कि हम लोगो से कभी सच नहीं काहा गया है, जाने अनजाने में बाहाउल्ला के सच्चे वचन के विरोध में विश्व बाहाई आसथा (BWF) को अपना समर्थन देने के पुण्य से एक झुट बोलने और सत्य को छुपाने का अध्यातमिक रोग मला था।

   मरे वचन तोडने और झुट बोने की अध्यातमिक बिमारी का इलाज उस समय हुआ जब मैं संरक्षक जोएल. बी. मेरेनजेला की देख रेख मे चल रहे बाहाई समुह मे आगया। बाहाई आस्था (BWF) की निरलज्य प्रतिक्रिया को देख कर मेरे निर्णय की पुष्टी सामान्य ढंग से हो गई। जो की बहादुरी और अखंडता रहीत था। उनकी प्रतिक्रिया भय और जिद्दीपन से भरी हुई थी इतना कि सच्चाई सुन्ने को भी तय्यार नहीं थे। मुझे और मेरे परिवार को वचन तोडने वाला (covenant breaker) घोषित कर दिया गया, और हमारा त्याग कर दिया गया। मेरी 12 वष्रीय बेटी त्बाह हो गई थी जब समुदाय के सदस्यों ने जिन्हें वह अपना दोस्त जानती थी (मेरी गैर हाजरी में) कहा की हम तुम लोगों से एक कारन की वजह से कभी बात नहीं करेंगे, यह उसकी समझ के परे था, उन लोगों ने उसे समझाने का भी कष्ट नही कियी, इस क्रूर व्यवहार के कारन वह कई वर्ष सदमें में रही, उन लोगो को अपने किए पर शर्म आनी चाहिए उनके पास उनकी सफाई में कुछ भी नही है, जब उनकी आत्मा आभा राज्य में प्रवेश करेगी तो उन लोगों को अपने इस अपराध का जवाब देना होगा।

   जब एक सामयिक प्रेक्षक लोगों के समुह को देखता है तो उसे इन में बाडा प्यार दिखाई पाडता है, परन्तु इस के भितर ऐसा माहोल है की लोग खुद को भी मुक्त नहीं कर पाते हैं, वह हर समय अपने प्रबंधक को जवाब दे रहते हैं।

   सबसे उल्लेखनीय बात यह है की बाहाई आस्था (BWF) साभी व्योक्तियों में जो मेरे दोस्त कहलाते है उन में से केवल एक व्यक्ति ने माना की मैने आस्था के बारे में सच्ची खोज की ( और वोह भी OBF में शामील हो गई और उसे भी वचन तोडने वाला घोषीत कर दिया गया ) समुदाय में इतना तर्कहीन डर है की वे किसी प्रकार की भी बहस से कतराते हैं इस विषय पर वे अपने स्वयं के लेख को भी पढने से घबराते हैं। यह सभी जानते हैं की स्वंय अपने आप को परामर्शदाता ( Counselors ) कहेलवाने वालों ने मेरे बारे में फैसला कीया था की मैं एक वचन तोडने वाला हूं इसलिए मुझे अध्यातमिक बिमार घोषीत करते हुए त्याग दिया गया, शायद वे यह सोचते हों की में ईमानदार हूं जो की वे अच्छी तरह से जानते थे प्रन्तु वे मेरे बारे में सुन्ना नही चाहते थे। इस्से यह आसानी से स्पष्ट हो गया था की मैं बाहाई आस्था ( BWF ) नहीं था। और वास्तव में मेरे BWF के बिल्कुल बाहाई नहीं हैँ। उन में सच्ची श्रध्दा नहीं है उन में भय है और उसके सदस्य BWF को जोड तोड कर और हेर फेर  करके, सच्ची बातों को छिपा कर संचालित करते हैं। यह सत्य है की विश्व बाहाई आस्था पुरी तरह से धोखाधडी है।

   हाइफा आधारित संगठन विश्व न्याय मन्दिर की अचुकता का दावा खुल कर सामने आजाता है।

   वास्तव में मैने इस ओर ज्यादा ध्यान नही दिया और अपने जिवन में व्यस्थ रहा। लगभग एक दशक बाद मेरी समीक्षा, जांच पडताल के लिए राष्ट्रिय अध्यातमिक सभा द्वारा अवमानना गती प्राप्त हुई। मेरे रुढीवादी बाहाई ( OBF ) के साथीयों को पहले ही से पता की संयुक्त राज्य अमेरिका के जिला न्यायालय शिरागो, इलिनोइस में वकीलो के समुदाय में वकील था। प्ररंभ में मुझे राष्ट्रिय अध्यातमिक साभा के इस व्यवहार पर विश्वास नहीं होरहा थास, रुढीवादी बाहाईयों के लिए बाधा डाल रहे थे कि वे खुद को बाहाई ना कहें, माहानतम नाम और प्रतिकों का उपयोग ना करेंस, और इस में वे इतने अन्धे हो गए कि उन लोगो ने संघीय अदालत की शक्ती का उपयोग किया यह बताने के लिए की बाहाउल्ला के मानने वाले केवल हम हैं और कोई नही और यह दावा किया की इसे लागु करने की अनुमति दिजाए। वे इतने कट्टर थे की अमेरीका के संशोधन सिध्दांतों को नुकसान पहचाना चाहते थे। और इनसे असहमत बाहाईयों को खामोश कराना चाहते थे। और वे इन्हें रेमिटिस कहते थे। (संरक्षक रेमी  की  राष्ट्रीय आध्यात्मिक सभा  के खिलाफ एक चुक पैर निर्धारित निर्णय १९६६ में प्राप्त किया ) सही एनएसए होने की वजह से संपत्ति पर नियंत्रण के लिए मेसन रेमी के कहने पर, रेमी एनएसए ने विल्मेत्त एनएसए के खिलाफ मुकदमा दायर किया था. विल्मेत्त एनएसए ने जवाबी दावे में खुद को हक़दार बताया था

     धार्मिक संगठोनो के बिच हुए धार्मिक विवादों का फैसला अमेरिकी अदालते नहीं कर सकती थीं क्यों  की उस समय वहां  पर इस प्रकार का कोई कानून नहीं था अदालतें केवल धार्मिक संपत्ति के विवादों का फैसला कर सकती थीं  इसलिए, चाहे विल्मेत्त एनएसए हो या रेमी एनएसए बहाउल्लाह के कानून के तहत वैध थे. परन्तु संयुक्त राज्य अमेरिका की अदालतों के लिए प्रासंगिक नहीं है.
संघीय कानून के तहत, विल्मेत् एनएसए स्पष्ट रूप से विजेता रहा था, क्योंकि संयुक्त राज्य अमेरिका में बहाई आस्था की संपत्ति इसी के  नियंत्रित में थी. विल्मेत्त एनएसए अगर एक निगमित निकाय के रूप में मेसन रेमी का साथ दिया होता तो भी आस्था की संपत्ति  की सभी परिसंपत्तियों पर उसी का  नियंत्रण होता. हालांकि विल्मेत्त एनएसए संपत्ति कानून के तटस्थ सिद्धांतों के तहत वैसे भी जीता गया होता, फिर भी उसने रेमी एनएसए के खिलाफ १९६६ में कुख्यात जजमेंट प्राप्त किया .

    यह १९६६ का  जजमेंट संघीय अदालतों और एनएसए के लिए काफी शर्मनाक था . रेमी  एनएसए फैसले की समय अनजान था (१९६६ प्रलय के शीघ्र बाद रेमी एनएसए की हुई बैठक के अनुसार)क्योँ की  उनके वकील सुनवाई के समय नहीं पहुच सके थे और विल्मेत्त एनएसए ने एक पहले से लिखी हुई  प्रलय पर न्यायाधीश द्वारा हस्ताक्षर प्राप्त कर लिए. उस प्रलय में यह निष्कर्ष दिया है कि विल्मेत्त  एनएसए संगठन ही  केवल सच्ची बहाई आस्था है और केवल शोघी एफ्फेंदी ही गार्जियन थे, और रेमी एनएसए और उनके सदस्यों को सार्वजनिक रूप से खुद को "बहाई घोषित करने की अनुमति नहीं है और न ही सार्वजनिक रूप से महानतम नाम के पवित्र शब्दों और छवियों सहित बहाई शब्द का इस्तेमाल जायज़ होगा. इस जजमेंट के तहत वे निजी तौर पर आस्था रख सकते है परन्तु वे इसका प्रचार नहीं केर सकते हैं (जो हर आस्तिक का एक व्यक्तिगत दायित्व है) के तहत अनुमति दी गई.

    संघीय अदालत से बहाई विश्वो आस्था की यह मांग की केवल उन्हीं के संगठन को पुरे संयुक्त राज्य अमेरिका में बहाई कहलाने की अनुमति दी जानी चाहिए. एनएसए की ऐसे जजमेंट की चाहत संचालन संयुक्त राज्य अमेरिका के पहले संशोधन को ख़तरे में डालना था. हालांकि ४० वर्ष में भी कुछ नहीं हुआ.

    लेकिन २६ नवंबर, २००६ को, जब मैं विल्मेत्त एनएसए के केस को  देख रहा था जिसमें वे अदालत की अवमानना में OBF को पकड़ना चाहते थे, मेरे लिए यह समझना असंभव था कैसे विल्मेत्त एनएसए निहायत असंवैधानिक और गलत जजमेंट लागू करने की मांग कर रहा था, वह भी एक आधुनिक कोर्ट में. अतीत में मेरे खिलाफ उनके शर्मनाक अदालतई कार्रवाई और इस संगठन द्वारा शर्मनाक उपचार के बावजूद, अभी भी मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि ये संगठन इतना नीचे गिर सकता है.

    अगरचे मेरे खिलाफ उनके समाज बाहर करने का व्यवहार पर्याप्त नहीं था, उन्होंने मेरी  स्वयं की  व्यक्तिगत वेब साइट को भी उनके केस में विशेष रूप से प्रलय १९६६ के उल्लंघन में शामिल किया था. यह अपमानजनक प्रलय अब मुझे मौन और मेरे खुद के धार्मिक विचारों को प्रचार करने से रोकने के प्रयास में इस्तेमाल किया जा रहा था!

   इस  अवमानना के प्रसताव के हेतु OBF और  रेमी  एनएसए  एक ही थी, इसलिए  हम "रेमेयितेस" थे और हम सभी उस जजमेंट द्वारा बाध्य थे. एनएसए मूल रूप से यह कह रहा था कि १९६६ के जजमेंट के हिसाब से OBF संयुक्त राज्य अमेरिका में अवैध रूप से है (और BUPC जोकि एक अलग संगठन है इस पर भी विल्मेत्ते एनएसए द्वारा आक्रमण किया गया था) और बहाई आस्था के गार्जियन सार्वजनिक स्तर पर यह घोषणा नहीं कर सकते थे कि वह एक बहाई हैं !

    रेमी  एनएसए ने १९६६ के प्रलय पर कभी पलट कर अप्पिल नहीं की क्योंकि मेसन रेमी ने उन्हें परिणामों की परवाह किए बिना यह निर्देश दिया था की नेयायाले के फैसले पर पुनर्विचार और अपील न करें. क़ानूनी दृष्टिकोण के हिसाब से यह एक अविश्वसनीय रूप से मुर्खता थी , क्योंकि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि यह असंवैधानिक है या नहीं , प्रलय अगर एक बार अंतिम हो जाता है तो फिर आम तौर पर उसे चुनौती नहीं दी जा सकती है और ना ही उसे पलट सकते हैं. हालांकि रूढ़िवादी बहाई यह विश्वास नहीं करते थे की  रेमी उस समय पर गार्जियन थे,और रेमी एनएसए के सदस्यों का मानना था के वो उस समय पर भी गार्जियन थे इसलिए उनलोगों ने उसकी बात मानी, और ये जजमेंट अंतिम बन गया. रेमी के कहने पर, रेमी एनएसए को भंग कर दिया गया था और संरक्षकता के तहत बहाई आस्था व्यावहारिक रूप से अस्तित्व में समाप्त हो गया था. कुछ समय बाद उस संगठन के बाकि लोग भी निष्क्रिय हो गए.

     चालीस साल बाद, यह सब मुझे रूढ़िवादी बहाई आस्था की वकालत करने के लिए एक समस्या बन गया. न्यायालय निष्पक्ष धार्मिक कानून के तहत सुनवाई में वास्तविक यह निश्चित करना चाहता था की OBF और रेमी एनएसए में वैधानिक "भेद" था की नहीं. अगर यह भेद में था तो OBF संभाव्यतः जजमेंट द्वारा बाध्य होगा और OBF अपनी वैधता को चुनौती देने में सक्षम नहीं होगा. ऐसा होता यदि OBF और रेमी एनएसए की पहचान कानूनी तौर पर एक ही होती और इसलिए प्रलय के तहत यह अधिकारों और दायित्वों में समान होंगे. इसका यह मतलब होगा कि OBF भी रेमी एनएसए की तरह प्रभावी ढंग से १९९६ के प्रलय द्वारा गैरकानूनी हो गया है.

     अचानक OBF की स्थापना के बहुत अजीब इतिहास न्यायालय के निष्कर्षों के लिए बहुत प्रासंगिक थे. एनएसए ये दिखाने के तत्पर था कि OBF रेमी  एनएसए की एक निरंतरता है. नएसए की यह बहेस थी की: १९६५ में रेमी एनएसए को भंग करदिया गया था और वह बंद हो गई थी कुछ समय बाद इस संगठन के अवशेष जैसे  सुष्टिकर्ता के सहायक फ्रंक्लिन शेटलर (Hand of the Cause of God ) और गार्जियन, जोएल बी मेरेंजेला ने सभी व्यावहारिक प्रयोजनों के लिए रेमी  एनएसए को OBF और PNBC के रूप में पुनर्जीवित किया. इसलिए, फ्रेंकलिन शेटलर और जोएल बी मेरेंजेला (यह दोनों जिनहोने रेमी संगठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी इस संगठन के यंत्र थे), PNBC, और वे  सभी जो OBF के लिए आकर्षित थे, वे लोग भी उसी जजमेंट के तहेत बाध्य हैं. PNBC रेमी  एनएसए के बदल के आलावा कुछ नहीं था. यह बस रेमी एनएसए के बाकि बचे हुए लोग थे जो PNBC के नाम के तहत रेमी एनएसए का कार्य जारी रख्खे हुए थे इन में केवल यह अंतर था की यह धार्मिक उत्तराधिकारी के रूप में मेरेंजेला को मान्यता देते थे.

     एनएसए ने जो बहेस की थी वह आसानी से OBF का इतिहास बन सकती थी, परन्तु ऐसा नहीं हुआ.OBF ने न्यायाधीश सेंट ईव से पहले शिकागो में परीक्षण के लिए OBF की स्थापना की तथ्यों को प्रस्तुत किया. इस परीक्षण की तैयारी में, यह अजीब और शर्मनाक इतिहास स्पष्ट हो गया और यह ओब्फ़ के लिए परमेश्वर की ओर से एक उपहार था, क्योंकि इन्केअलावा और कोई भी इतनी अच्छी तरह से एक परिपूर्ण मामले को पेश नहीं कर सकता था. OBF के मूल, तथ्यों की सच्चाई जो इतिहास ने प्रस्तुत की यह एनएसए के आरोपों के खिलाफ OBF के बचाव के लिए बहुत अच्छा तह.

   वसतो में परीक्षण में यह दिखाया गया है कि मेसन रेमी की संगठन और इनके सभी अवशेष खुद मेसन रेमी के आदेश द्वारा संयुक्त राज्य अमेरिका में कार्येभार, किंवा समारोह के लिए बंद था. जोएल बी मरंगेल्ला इन आदेशों के जामिनदार नहीं है और उनपर यह लागु भी नहीं होता क्योंकि जोएल ने १९६५ से गार्जियन होने का दावा किया था जब मेसन ने अंतर्राष्ट्रीय बहाई परिषद (IBC) को जोएल के साथ सक्रिय किया दूसरे अंतर्राष्ट्रीय बहाई परिषद के अध्यक्ष के रूप में जो कि मेसन की शिक्षाओं के तहत दुसरे संरक्षता के रूप में था दुसरे संरक्षकता का मतलब यह था कि रेमी ने पहले संरक्षक का इनकार कर दिया था और इस संरक्षकता को मोड़ दिया जोएल बी मरंगेल्ला की ओर. उस समय जब मेसन ने रेमी  एनएसए को यह निर्देश दिया की जजमेंट के विरुद्ध में अपील न की जाये, उस समय जोएल गार्जियन था  इसलिए OBF को कामयाबी नहीं मिला क्योंकि अंतिम फैसला रेमी के हाथ में था. कानूनी सिद्धांतों के तहत, दो संगठनों के बीच विभाजित किया गया था. OBF और रेमी  संगठन के बीच कोई भेद नहीं था क्योंकि OBF और मृत रेमी संगठन और उसके अवशेष कई वर्षों से दो अलग अलग संरक्षता के तहेत विरुद्ध संगठन थे. और इन दोनों संगठनों के कार्य में कोई समानता नहीं हो सकती थी. इन दोनों संगठनों के बिच केवल एक समानता थी और वह उनका धार्मिक विश्वास था, जिसकी कोर्ट के सामने को हैसियत नहीं थी इस आधार पर धार्मिक विवादों का निर्णय लेने के कोर्ट सिविल कानून का पालन करने के लिए बाध्य है और धार्मिक तटस्थ के लिए अप्रासंगिक हैं.

    यह निश्चित रूप से परमात्मा की मदद थी कि मेसन ने संरक्षकता सिंहासन को त्याग दिया था और ज़ाहेरी तौर पर बाद में भूल भी गए की उन्होंने ऐसा किया था, इसलिए उन्हों ने गार्जियन के रूप में कार्य को जारी रखा   भले ही उन्हों ने जोएल को आध्यात्मिक प्राधिकारी विरासत में पारित किया था. इस वजह से अगर आप को OBF में  शामिल होना है तो आप को रेमी एनएसए संगठन के असंगठित अवशेष को छोड़ना पड़ेगा और उनके धार्मिक संगठन से दूर रहना होगा, फिर जोएल के अंतर्गत अलग संगठन में अच्छी तरह से कानूनी तौर पर शामिल होना हो गा.

     परमात्मा की मदद के लिए धन्यवाद, की OBF रेमी  एनएसए के साथ कानूनी भेद में नहीं थी इसलिए इसे उस जजमेंट द्वारा बाध्य नहीं किया गया था. अगर इतिहास के तथ्यों में ऐसा न होता तो न्यायाधीश सेंट ईव के लिए यह साबित हो जाता की OBF भेद में था और इसलिए १९६६ का अपमानजनक फैसला इस पर भी लागु होता. मैंने २००६ में न्यायालय में यह बहेस कि के, अगर इस घटना में OBF को भी शामिल किया जाता है तो भी इसपर केवल उस जज्मेंट की संवेधानिक बातो को ही लागु किया जा सकता है न की असंवैधानिक बातो को, जैसे OBF वेब साइटों और खुद अपने स्वयं को आस्था की पहचान से रोक लगाना. हालांकि, मैं बहुत खुश हुआ कि न्यायाधीश सेंट ईव ने यह निर्णय लेने की कोशिश भी नहीं की क्योंकि वह पहले शिकागो इलिनोइस के फैसला के प्रस्तुत तथ्यों पर विचार करने के बाद, यह निर्णय दिया कि संघीय कानून के तटस्थ सिद्धांतों के तहत OBF वही संगठन नहीं न ही उसका सिलसिला था न ही कानूनी तौर पर रेमी  एनएसए के निरंतन में था और इसलिए ये प्रलय OBF पर लागू नहीं होता.

    बहुत खुशी की बात है की १९६६ का जजमेंट अब इतिहास में खो गया. शुक्र है, की अब किसी के लिए कोई खतरा नहीं है. दुर्भाग्य से, आज भी विल्मेत्त एनएसए उन लोगों की धार्मिक स्वतंत्रता लिए एक खतरा है अपने आप को बहाई कहते हैं परन्तु विल्मेत्त एनएसए धार्मिक विचारों से असहमत हैं. मुझे यह आशा है की एक न एक रोज विल्मेत्त एनएसए को यह एहसास जरुर हो गा की अदालती आदेशों द्वारा  एकता नहीं ला सकते. एनएसए के पास केवा मार्ग है की  कम से कम संयुक्त राज्य अमेरिका में बहियों के अन्य समूहों के अस्तित्व को बर्दाश्त कर लें नहीं तो ये बहाई धर्म के लिए जोखिम हो सकता है और हमेशा के लिए आस्था के नाम पर कलंक लग जायेगा और "अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और आस्था के दुश्मन." में निश्चित रूप से इन की गिनती हो गी और मैं दुसरे बहियों के अस्तित्व को सहन करने और अन्य बहाई समूहों के साथ रहने के लिए तैयार हूँ. ये परवाह किए बिना कि क्या मैं उनके आस्था के साथ सहमत हु या नहीं. यह कैसे संभव है की हम दूसरों के धार्मिक विचारों को बर्दाश्त न करें जबके हम अपने आप को बहाई कहते है.

[* जेफरी गोल्डबर्ग १९९७ से रूढ़िवादी बहाई आस्था (OBF ) के सदस्य हैं. इससे पहले, वह कई वर्षों तक बिना गार्जियन वाले बहाई जिसका मुख्यालय विश्वो नीय मंदिर, हैफ़ा, है के सदस्य के रूप में जाने जाते थे. वह वर्तमान में संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रीय बहाई परिषद (NBC) जो की रूढ़िवादी बहाई (OBF ) की (governing body ) शासी निकाय के सचिव हैं, वह आस्था के धर्म्भुजा सामान है, और वह दुनिया के विश्वा रूढ़िवादी बहाई समुदाय के लिए. अंतर्राष्ट्रीय बहाई काउंसिल के कोषाध्यक्ष हैं.

{*श्री जेफरी गोल्डबर्ग वो वकील थे ,जिन्होंने हाइफ़ा आधारित संस्था की अपमानजनक आक्रामकता के खिलाफ रुदिवादी बहाई समुदाय को अदालती करवाई में बचाया. जहाँ हैफा स्तिथ संस्था को लगातार हार का सामना करना पड़ा था, और अंत में हैफ़ा आधारित संगठन की ओर से ये एक चतुर कदम था के वे सुप्रीम कोर्ट में न गए, अन्यथा उनके लिए वहां एक बहुत अधिक अपमान संग्रहीत था }

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